


उत्तर छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। जशपुर जिले की सीमा से लगे सरगुजा के सीतापुर थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब ढोढ़ागांव के पास मैनी नदी में तीन महिलाएं और दो मासूम बच्चे बह गए। 20 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी का पता नहीं चल पाया है। घटना के बाद से पुलिस, प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, ढोढ़ागांव निवासी सोमारी, अंकिता और उसके दो बच्चे बिनावती और अरसय गुरुवार दोपहर को खुखड़ी-पुटु (जंगली कंदमूल) लेने नदी पार कर जंगल की ओर गए थे। सुबह से क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही थी। शाम को जब वे वापस लौट रहे थे, उसी दौरान मैनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया।चारों ने नदी पार करने की कोशिश की, लेकिन पानी के तेज बहाव में बह गए।
ग्रामीणों ने दूर से देखा नदी पार करते, नहीं लौटने पर शुरू हुई तलाश
शाम तक जब वे घर नहीं लौटे, तो परिजनों और ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरू की। कुछ लोगों ने उन्हें खेत की ओर से नदी में उतरते हुए देखा था। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। केरजू चौकी प्रभारी राजेश्वर सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
एसडीआरएफ और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर
घटना की गंभीरता को देखते हुए अंबिकापुर से एसडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। साथ ही तहसीलदार और राजस्व विभाग का अमला भी मौके पर पहुंच चुका है। नदी के दोनों किनारों पर लगातार खोजबीन की जा रही है।
क्षेत्र में अभी भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे नदी का जलस्तर लगातार बढ़ा हुआ है। इसी कारण बचाव कार्य में भी काफी दिक्कतें आ रही हैं। मौसम विभाग ने सरगुजा संभाग में आज भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
तहसीलदार, सीतापुर ने बताया कि चारों लापता लोगों की खोजबीन लगातार जारी है और आसपास के ग्रामीणों को भी सतर्क किया गया है, ताकि किसी प्रकार की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।